Google Analytics (गूगल एनालिटिक्स): Turning Numbers into Opportunities

Google Analytics
Table Of Contents
  1. 1. Introduction: गूगल एनालिटिक्स क्या है?
  2. 2. गूगल एनालिटिक्स की विशेषताएं (Features of Google Analytics)
  3. 3. गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड कैसे काम करता है? (How Google Analytics Tracking Code Works)
  4. 4. गूगल एनालिटिक्स की महत्वपूर्ण सेटिंग्स (Important Settings in Google Analytics)
  5. 5. गूगल एनालिटिक्स से क्या-क्या डेटा ट्रैक कर सकते हैं? (What Data Can Google Analytics Track?)
  6. 6. गूगल एनालिटिक्स को वेबसाइट से जोड़ने के आसान तरीके (Easy Ways to Connect Google Analytics to Your Website)
  7. 7. गूगल एनालिटिक्स का सही उपयोग कैसे करें? (How to Use Google Analytics Effectively)
  8. 8. Conclusion: गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics)
  9. FAQs: गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics)

1. Introduction: गूगल एनालिटिक्स क्या है?

Google Analytics एक मुफ्त टूल है जो आपकी वेबसाइट के आंकड़ों को इकट्ठा करता है और आपको यह समझने में मदद करता है कि लोग आपकी वेबसाइट का उपयोग कैसे कर रहे हैं। गूगल एनालिटिक्स के जरिए आप जान सकते हैं कि लोग आपकी वेबसाइट पर कहां से आ रहे हैं, वे कितनी देर तक रुकते हैं, और वे साइट पर क्या गतिविधियां कर रहे हैं।

गूगल एनालिटिक्स का महत्व (Importance of Google Analytics)

गूगल एनालिटिक्स वेबसाइट मालिकों के लिए बेहद फायदेमंद है। यह आपको यह जानने में मदद करता है कि कितने लोग आपकी साइट पर आते हैं, वे कहाँ से आ रहे हैं—क्या वे गूगल से, सोशल मीडिया से, या डायरेक्ट विजिट से आपकी साइट पर आ रहे हैं। यह जानकारी वेबसाइट की सफलता को समझने और सुधारने के लिए महत्वपूर्ण है।

गूगल एनालिटिक्स द्वारा ट्रैक की जाने वाली जानकारी (What Data Does Google Analytics Track?)

गूगल एनालिटिक्स आपके वेबसाइट के पेज व्यूज़, बाउंस रेट, और यूजर द्वारा बिताए गए समय जैसी गतिविधियों को ट्रैक करता है। यह जानकारी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मदद करती है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी पेज पर बाउंस रेट ज्यादा है, तो आप उसे सुधारने के उपाय कर सकते हैं।

यूजर बिहेवियर और परफॉर्मेंस का विश्लेषण (Analysis of User Behavior and Performance)

गूगल एनालिटिक्स यूजर बिहेवियर को ट्रैक करने में मदद करता है, जैसे कि यूजर्स किस पेज पर ज्यादा समय बिता रहे हैं और कौन से पेज पर वे जल्दी छोड़ देते हैं। इसके अलावा, यह ट्रैफिक सोर्सेज और यूजर डेमोग्राफिक्स की जानकारी भी देता है, जिससे आप अपनी साइट के अनुभव को और बेहतर बना सकते हैं।

Infographics of core functions

2. गूगल एनालिटिक्स की विशेषताएं (Features of Google Analytics)

गूगल एनालिटिक्स वेबसाइट के ट्रैफिक और यूजर बिहेवियर का विश्लेषण करने के लिए कई महत्वपूर्ण फीचर्स प्रदान करता है। गूगल एनालिटिक्स वेबसाइट मालिकों के लिए बेहद ज़रूरी है, क्योंकि इसके जरिए आप अपनी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को बेहतर बना सकते हैं।

ऑडियंस डेमोग्राफिक्स को समझना (Understanding Audience Demographics)

गूगल एनालिटिक्स से आप जान सकते हैं कि आपकी वेबसाइट पर कौन से यूज़र्स आ रहे हैं—उनकी उम्र, लिंग, लोकेशन और इंटरेस्ट क्या हैं। इससे आप अपनी वेबसाइट को सही दर्शकों तक पहुंचाने के लिए कंटेंट और मार्केटिंग रणनीतियाँ कस्टमाइज़ कर सकते हैं।

ट्रैफिक सोर्सेस को ट्रैक करना (Tracking Traffic Sources)

गूगल एनालिटिक्स आपको यह बताता है कि यूज़र्स आपकी साइट पर कहां से आ रहे हैं—क्या वे गूगल से, सोशल मीडिया से, या रेफरल साइट्स से। यह जानकारी आपको मार्केटिंग रणनीति को और प्रभावी बनाने में मदद करती है, ताकि आप सही ट्रैफिक सोर्सेज पर ध्यान दे सकें।

कन्वर्ज़न रेट्स और यूजर बिहेवियर पर निगरानी (Monitoring Conversion Rates and User Behavior)

यह टूल आपको यह देखने की सुविधा देता है कि यूज़र्स आपकी वेबसाइट पर कितनी देर रुकते हैं और कौन से पेज पर वे ज्यादा समय बिताते हैं। इससे आप अपने कन्वर्ज़न रेट्स को बेहतर बना सकते हैं और यूज़र बिहेवियर को समझकर सुधार कर सकते हैं।

रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग (Real-time Data Tracking)

गूगल एनालिटिक्स रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग की सुविधा देता है, जिससे आप तुरंत देख सकते हैं कि आपकी वेबसाइट पर कितने यूज़र सक्रिय हैं, वे कहां से आ रहे हैं, और किस पेज पर जा रहे हैं। यह फीचर लाइव इवेंट्स के दौरान बेहद उपयोगी है।

key features

वास्तविक उदाहरण (Real-life Scenarios)

उदाहरण के तौर पर, एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के मालिक ने गूगल एनालिटिक्स का उपयोग किया और पाया कि एक पेज पर बाउंस रेट ज्यादा था। डेटा के आधार पर, उसने पेज को सुधार कर कन्वर्ज़न रेट में वृद्धि की। गूगल एनालिटिक्स ऐसे सुधारों में मदद करता है।

3. गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड कैसे काम करता है? (How Google Analytics Tracking Code Works)

गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड आपकी वेबसाइट पर यूज़र एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। इसे वेबसाइट के पेजों में जोड़ा जाता है, जिससे गूगल एनालिटिक्स को सभी विज़िटर्स और उनके बिहेवियर की जानकारी मिलती है। आइए जानते हैं कि गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड कैसे काम करता है और इसे अपनी वेबसाइट पर कैसे इंस्टॉल किया जाता है।

गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड क्या है? (What is a Google Analytics Tracking Code?)

गूगल एनालिटिक्स ट्रैकिंग कोड एक छोटा सा JavaScript Snippet होता है, जो आपकी वेबसाइट के पेजों पर डाला जाता है। यह कोड यूज़र्स के पेज व्यूज़, क्लिक, टाइम स्पेंट, और अन्य बिहेवियर को रिकॉर्ड करता है। इसके माध्यम से, गूगल एनालिटिक्स आपको वेबसाइट ट्रैफिक, यूज़र डेमोग्राफिक्स, और अन्य महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करता है।

वेबसाइट पर ट्रैकिंग कोड इंस्टॉल करना (How to Install Google Analytics Tracking Code?)

  1. गूगल एनालिटिक्स अकाउंट में साइन इन करें (Sign In to Google Analytics Account): पहले गूगल एनालिटिक्स अकाउंट में साइन इन करें और अपनी वेबसाइट के ट्रैकिंग कोड को प्राप्त करें।
  2. WordPress में लॉगिन करें (Log in to WordPress): उसके बाद अपनी वर्डप्रेस वेबसाइट के डैशबोर्ड में लॉग इन करें।
  3. थीम एडिटर में जाएं (Go to Theme Editor): WordPress Dashboard में Appearance >> Theme Editor पर जाएं।
  4. हेड सेक्शन में कोड पेस्ट करें (Paste the Code in the Head Section): अपनी वेबसाइट की header.php फाइल खोलें और ट्रैकिंग कोड को </head> टैग से ठीक पहले पेस्ट करें।
  5. सेव और अपडेट करें (Save and Update): कोड पेस्ट करने के बाद, फाइल को सेव करें।
tracking code installation

ट्रैकिंग कोड सही से काम कर रहा है, यह सुनिश्चित करने के टिप्स (Tips to Ensure the Tracking Code is Working Correctly)

  1. गूगल टैग असिस्टेंट का उपयोग करें (Use Google Tag Assistant): यह एक क्रोम एक्सटेंशन है जो ट्रैकिंग कोड की इंस्टॉलेशन की पुष्टि करता है।
  2. गूगल एनालिटिक्स रियल-टाइम रिपोर्ट देखें (Check Google Analytics Real-Time Report): अपनी वेबसाइट पर विज़िट करके गूगल एनालिटिक्स के रियल-टाइम रिपोर्ट में जाकर यह देख सकते हैं कि ट्रैकिंग डेटा अपडेट हो रहा है या नहीं।
  3. गूगल एनालिटिक्स में डाटा वेरिफाई करें (Verify Data in Google Analytics): कुछ समय बाद गूगल एनालिटिक्स डैशबोर्ड में जाकर यह सुनिश्चित करें कि डेटा सही से ट्रैक हो रहा है।

4. गूगल एनालिटिक्स की महत्वपूर्ण सेटिंग्स (Important Settings in Google Analytics)

गूगल एनालिटिक्स में कुछ महत्वपूर्ण सेटिंग्स होती हैं, जो आपकी वेबसाइट के प्रदर्शन को बेहतर ढंग से ट्रैक और विश्लेषण करने में मदद करती हैं। इन सेटिंग्स के जरिए आप अपनी वेबसाइट को और अधिक उपयोगकर्ता-केंद्रित और प्रभावी बना सकते हैं। आइए इन सेटिंग्स को विस्तार से समझते हैं।

गोल्स सेट करना (Defining Goals)

गोल्स सेट करना गूगल एनालिटिक्स का सबसे महत्वपूर्ण फीचर है।

  • गोल्स क्या हैं?: गोल्स वे विशिष्ट कार्य होते हैं, जिन्हें आप चाहते हैं कि आपके यूज़र्स पूरा करें, जैसे फॉर्म सबमिशन, खरीदारी, या न्यूज़लेटर के लिए साइन-अप।
  • कैसे सेट करें?:
    1. एनालिटिक्स डैशबोर्ड में जाएं।
    2. Admin सेक्शन में “Goals” ऑप्शन चुनें।
    3. “New Goal” पर क्लिक करें और प्रीसेट टेम्पलेट सेलेक्ट करें या कस्टम गोल बनाएं।

गोल्स आपको कन्वर्ज़न रेट ट्रैक करने और यह समझने में मदद करते हैं कि आपकी मार्केटिंग रणनीतियां कितनी प्रभावी हैं।

ई-कॉमर्स ट्रैकिंग (Ecommerce Tracking)

ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के लिए यह फीचर बेहद उपयोगी है।

  • क्या ट्रैक करें?: ऑनलाइन बिक्री, रेवेन्यू, उत्पाद प्रदर्शन, और शॉपिंग बिहेवियर।
  • कैसे सेट करें?:
    1. Admin सेक्शन में “E-commerce Settings” पर जाएं।
    2. Enable Ecommerce Tracking और Enhanced Ecommerce Tracking को ऑन करें।

इस फीचर से आप अपने बिक्री के आंकड़े और यूज़र शॉपिंग पैटर्न को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।

यूज़र आईडी ट्रैकिंग (User ID Tracking)

यह फीचर यूज़र्स को अलग-अलग डिवाइस और सेशन्स के बीच ट्रैक करता है।

  • कैसे काम करता है?: गूगल एनालिटिक्स प्रत्येक यूज़र को एक यूनिक आईडी देता है, जिससे आप यह देख सकते हैं कि वह विभिन्न डिवाइसों (जैसे मोबाइल और लैपटॉप) पर कैसे इंटरैक्ट कर रहे हैं।
  • क्यों जरूरी है?: यह फीचर मल्टी-डिवाइस ट्रैफिक को ट्रैक करने और यूज़र अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करता है।

डेटा फ़िल्टर्स सेट करना (Using Data Filters)

फिल्टर्स आपके डेटा की शुद्धता सुनिश्चित करते हैं।

  • क्या फिल्टर करें?:
    1. इंटरनल ट्रैफिक: आपके कर्मचारियों या खुद की विज़िट्स।
    2. बॉट ट्रैफिक: अनचाही ऑटोमेटेड विज़िट्स।
  • कैसे सेट करें?:
    1. Admin >> View Settings >> Filters में जाएं।
    2. “Add Filter” पर क्लिक करें और अपने फिल्टर क्राइटेरिया सेट करें।

इन महत्वपूर्ण सेटिंग्स को सही तरीके से सेटअप करने से आप अपनी वेबसाइट के प्रदर्शन का गहराई से विश्लेषण कर सकते हैं और अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

5. गूगल एनालिटिक्स से क्या-क्या डेटा ट्रैक कर सकते हैं? (What Data Can Google Analytics Track?)

गूगल एनालिटिक्स एक पावरफुल टूल है जो आपकी वेबसाइट से जुड़े हर छोटे-बड़े डेटा को ट्रैक करता है। यह डेटा आपको यह समझने में मदद करता है कि आपकी वेबसाइट पर क्या अच्छा काम कर रहा है और कहाँ सुधार की जरूरत है। आइए जानें कि गूगल एनालिटिक्स से कौन-कौन सा डेटा ट्रैक किया जा सकता है।

data tracked by Analytics

पेज व्यूज़ और सेशन ड्यूरेशन (Page Views and Session Durations)

गूगल एनालिटिक्स से आप यह जान सकते हैं कि आपकी वेबसाइट के कौन-कौन से पेज सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं और यूज़र्स हर सेशन में कितना समय बिता रहे हैं।

  • पेज व्यूज़: यह दिखाता है कि किसी पेज को कितनी बार देखा गया।
  • सेशन ड्यूरेशन: यह बताता है कि यूज़र ने वेबसाइट पर औसतन कितना समय बिताया।

इस डेटा से आप यह समझ सकते हैं कि कौन से पेज यूज़र्स को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं।

बाउंस रेट और एग्ज़िट रेट (Bounce Rates and Exit Rates)

  • बाउंस रेट: यह दिखाता है कि कितने यूज़र्स एक पेज पर आने के बाद बिना किसी अन्य पेज पर जाए वेबसाइट छोड़ देते हैं।
  • एग्ज़िट रेट: यह ट्रैक करता है कि किन पेजेस से यूज़र्स सबसे ज्यादा साइट छोड़ रहे हैं।

यह जानकारी वेबसाइट की डिज़ाइन और कंटेंट में सुधार करने में मदद करती है।

ऑडियंस लोकेशन और डिवाइस का उपयोग (Audience Location and Device Usage)

गूगल एनालिटिक्स बताता है कि आपके विज़िटर्स कहां से आ रहे हैं (देश, शहर) और वे कौन से डिवाइस (मोबाइल, डेस्कटॉप, टैबलेट) का उपयोग कर रहे हैं।

  • लोकेशन डेटा: इससे आप अपने टार्गेट ऑडियंस की भौगोलिक स्थिति जान सकते हैं।
  • डिवाइस डेटा: यह समझने में मदद करता है कि आपकी वेबसाइट किस डिवाइस पर सबसे अच्छा परफॉर्म कर रही है।

ट्रैफिक सोर्सेस और कीवर्ड्स (Traffic Sources and Keywords)

गूगल एनालिटिक्स दिखाता है कि विज़िटर आपकी वेबसाइट पर कहां से आ रहे हैं:

  • ट्रैफिक सोर्सेस:
    • ऑर्गेनिक ट्रैफिक: सर्च इंजन से।
    • डायरेक्ट ट्रैफिक: सीधे URL डालकर।
    • रेफरल ट्रैफिक: अन्य वेबसाइट्स के लिंक से।
    • सोशल मीडिया ट्रैफिक: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से।
  • कीवर्ड्स: यह दिखाता है कि कौन से सर्च टर्म्स के जरिए लोग आपकी वेबसाइट पर पहुंच रहे हैं।

6. गूगल एनालिटिक्स को वेबसाइट से जोड़ने के आसान तरीके (Easy Ways to Connect Google Analytics to Your Website)

गूगल एनालिटिक्स को अपनी वेबसाइट से जोड़ना आसान है। यह आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक और परफॉर्मेंस को समझने के लिए एक अनिवार्य कदम है। यहां हम इसे जोड़ने के दो सरल तरीकों की बात करेंगे।

गूगल साइट किट प्लगइन का उपयोग (Using Google Site Kit Plugin for WordPress)

अगर आपकी वेबसाइट WordPress पर है, तो Google Site Kit प्लगइन सबसे आसान और तेज़ तरीका है।

स्टेप्स:

  1. अपने WordPress डैशबोर्ड पर जाएं।
  2. Plugins सेक्शन में जाकर “Google Site Kit” को इंस्टॉल और एक्टिवेट करें।
  3. प्लगइन को गूगल अकाउंट से कनेक्ट करें।
  4. अपनी वेबसाइट को वेरीफाई करें और गूगल एनालिटिक्स सेटअप करें।

फायदे:

  • कोड लिखने की ज़रूरत नहीं।
  • गूगल एनालिटिक्स, सर्च कंसोल और अन्य गूगल टूल्स का इंटीग्रेशन एक ही जगह।
Setting up Site Kit

मैन्युअली ट्रैकिंग कोड जोड़ना (Adding the Tracking Code Manually)

अगर आप प्लगइन का उपयोग नहीं करना चाहते, तो ट्रैकिंग कोड मैन्युअली जोड़ सकते हैं।

स्टेप्स:

  1. Google Analytics में लॉगिन करें और नया अकाउंट बनाएं।
  2. अपनी वेबसाइट की Tracking ID प्राप्त करें।
  3. वेबसाइट के सेक्शन में ट्रैकिंग कोड पेस्ट करें।
  4. सेव करें और इसे लाइव चेक करें।

टिप्स:

  • सही कोड पेस्ट करें, वरना डेटा ट्रैक नहीं होगा।
  • कोड जोड़ने के बाद, “Tag Assistant” एक्सटेंशन से इसे वेरिफाई करें।

7. गूगल एनालिटिक्स का सही उपयोग कैसे करें? (How to Use Google Analytics Effectively)

गूगल एनालिटिक्स का सही तरीके से उपयोग आपकी वेबसाइट की सफलता सुनिश्चित कर सकता है। यह सिर्फ डेटा कलेक्ट करने का टूल नहीं है, बल्कि इसका सही विश्लेषण करना भी जरूरी है। यहां हम कुछ टिप्स बताएंगे जो गूगल एनालिटिक्स को प्रभावी रूप से उपयोग करने में मदद करेंगे।

लक्ष्य सेट करें और ROI को मापें (Set Goals and Measure ROI)

गूगल एनालिटिक्स में Goals सेट करना सबसे पहला कदम है।

  • कैसे सेट करें?
    • Admin पेज पर जाएं और Goals ऑप्शन चुनें।
    • अपने लक्ष्य जैसे “Form Submissions” या “Purchases” को डिफाइन करें।
  • ROI मापने का महत्व:
    • आप जान सकते हैं कि आपकी मार्केटिंग रणनीतियां कितनी सफल हैं।
    • यह तय कर सकते हैं कि आपके कौन से ट्रैफिक सोर्स सबसे ज्यादा कन्वर्ज़न दे रहे हैं।

कस्टम डैशबोर्ड बनाएं (Create Custom Dashboards)

कस्टम डैशबोर्ड आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण डेटा को एक ही जगह दिखाता है।

  • कैसे बनाएं?
    • Google Analytics के Customization सेक्शन में जाएं।
    • अपने जरूरी मेट्रिक्स जैसे ट्रैफिक सोर्स, बाउंस रेट और कन्वर्ज़न रेट को ऐड करें।
  • फायदा:
    • बार-बार डेटा खोजने की जरूरत नहीं।
    • हर दिन जरूरी मेट्रिक्स पर नज़र रखना आसान हो जाता है।
Analytics reports

रिपोर्ट्स को नियमित रूप से अपडेट करें (Regularly Update Reports)

रिपोर्ट्स का समय-समय पर विश्लेषण करें ताकि आप प्रगति का आकलन कर सकें।

  • ट्रैक करें:
    • कौन से पेज अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं और कौन से सुधार की जरूरत है।
    • कौन से पेज ज्यादा देखे जा रहे हैं।
    • किस पेज पर बाउंस रेट ज्यादा है।
    • कौन से ट्रैफिक सोर्स ज्यादा उपयोगी हैं।
  • शेड्यूल सेट करें:
    • मंथली या वीकली रिपोर्ट्स को एनालाइज़ करें।

8. Conclusion: गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics)

गूगल एनालिटिक्स किसी भी वेबसाइट के लिए एक शक्तिशाली टूल है। यह न केवल आपकी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को समझने में मदद करता है, बल्कि डेटा-ड्रिवन निर्णय लेने का आधार भी बनाता है।

गूगल एनालिटिक्स के जरिए आप जान सकते हैं:

  • कौन सी रणनीतियां आपके लिए सबसे बेहतर काम कर रही हैं।
  • कौन से ट्रैफिक सोर्स आपके कन्वर्ज़न रेट को बढ़ा रहे हैं।
  • यूजर्स की जरूरतों और रुचियों को समझकर अपनी वेबसाइट को और अधिक उपयोगी बनाना।

जब आप वेबसाइट ट्रैफिक, यूजर बिहेवियर, और परफॉर्मेंस डेटा को सही तरीके से एनालाइज़ करते हैं, तो यह आपके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।

आगे का कदम (Next Step)

अगर आपने अभी तक गूगल एनालिटिक्स सेट नहीं किया है, तो यह समय है कि आप इसे अपनी वेबसाइट पर लागू करें। इससे आप अपने डेटा को समझ पाएंगे और अपने व्यवसाय की डिजिटल रणनीतियों को और बेहतर बना पाएंगे।

क्या आप गूगल एनालिटिक्स सेटअप या इसका सही उपयोग करने में सहायता चाहते हैं? हमारी विशेषज्ञ टीम आपकी मदद के लिए तैयार है। हम आपको डेटा एनालिसिस और रणनीति तैयार करने में मार्गदर्शन देंगे। अभी संपर्क करें और अपनी वेबसाइट को एक नई दिशा दें।

FAQs: गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics)

1. गूगल एनालिटिक्स क्या है? (What is Google Analytics?)

गूगल एनालिटिक्स एक फ्री टूल है जो आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक और यूजर बिहेवियर को ट्रैक करता है। यह आपको यह जानने में मदद करता है कि यूजर्स आपकी साइट पर कहां से आ रहे हैं, क्या देख रहे हैं, और कितनी देर तक रुक रहे हैं।

2. गूगल एनालिटिक्स का उपयोग क्यों करें? (Why use Google Analytics?)

यह टूल आपकी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके जरिए आप ऑडियंस डेमोग्राफिक्स, ट्रैफिक सोर्स, और कन्वर्ज़न रेट जैसी जरूरी जानकारी पा सकते हैं, जो आपकी मार्केटिंग और कंटेंट रणनीति को सही दिशा देती है।

3. गूगल एनालिटिक्स का ट्रैकिंग कोड कैसे काम करता है? (How does the tracking code work?)

ट्रैकिंग कोड एक छोटा सा जावास्क्रिप्ट कोड है जिसे आपकी वेबसाइट पर जोड़ा जाता है। यह कोड यूजर्स की गतिविधियों को ट्रैक करता है, जैसे पेज व्यूज, सेशन ड्यूरेशन, और बाउंस रेट, और डेटा को गूगल एनालिटिक्स अकाउंट में भेजता है।

4. क्या गूगल एनालिटिक्स का उपयोग करना सुरक्षित है? (Is using Google Analytics safe?)

हां, गूगल एनालिटिक्स सुरक्षित है। यह डेटा को एन्क्रिप्टेड और गोपनीय रखता है। हालांकि, सुनिश्चित करें कि आप डेटा प्राइवेसी पॉलिसीज का पालन करें और अपने यूजर्स को कुकीज़ और डेटा कलेक्शन के बारे में जानकारी दें।

5. क्या गूगल एनालिटिक्स का उपयोग वर्डप्रेस साइट्स के लिए किया जा सकता है? (Can Google Analytics be used for WordPress sites?)

जी हां, गूगल एनालिटिक्स वर्डप्रेस साइट्स के साथ आसानी से इंटीग्रेट हो सकता है। आप इसे Google Site Kit जैसे प्लगइन के जरिए जोड़ सकते हैं या ट्रैकिंग कोड को मैन्युअली एड कर सकते हैं।

Leave a Comment

Scroll to Top